Heavy rain in north india: उत्तर भारत (north india) के बड़े हिस्सों विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्रों (Himalayan regions) में मंगलवार को लगातार बारिश ने कहर बरपाया जहां भूस्खलन हुए, निचले इलाकों में जलभराव हो गया और कई सड़कें व पुल बह गए। जम्मू (Jammu) में 10 लोगों की मौत हो गई है। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश की वजह से रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) मंदिर जाने वाले रास्ते पर मंगलवार अपराह्न भूस्खलन हुआ जिसकी चपेट में आने से कम से 7 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
इसके अलावा जम्मू के डोडा जिले में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में 4 लोगों की मौत हो गई। भारी बारिश के कारण हिमालय से निकलने वाली नदियां और सहायक नाले उफना गए हैं। बांधों और बैराजों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ना पड़ा, जिससे निचले इलाकों, खासकर पंजाब में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई। खराब मौसम और अगले कुछ दिनों तक स्थिति में सुधार की कोई संभावना नहीं दिखने के कारण पंजाब और जम्मू क्षेत्र में स्कूल बंद करने पड़े।
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में दुकानों के ढह जाने, इमारतों के गिरने और राजमार्गों के टूटने की घटनाएं सामने आईं। राज्य में कुल 680 सड़कें बंद हो गईं जिनमें मंडी और कुल्लू जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। यह राज्य पहले ही कई भूस्खलनों और अचानक आई बाढ़ की तबाही झेल रहा है। हिमाचल प्रदेश में सोमवार शाम से पिछले 24 घंटे के दौरान 12 बार अचानक बाढ़ आई, भूस्खलन की 2 बड़ी घटनाएं और बादल फटने की एक घटना दर्ज की गई है।ALSO READ: पंजाब में भारी बारिश, नदियां उफान पर, 27 से 30 अगस्त तक सभी स्कूल रहेंगे बंद
ब्यास नदी का जलस्तर और बढ़ा : लारगी बांध से 20,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद मंगलवार को ब्यास नदी का जलस्तर और बढ़ गया। इसकी तेज धारा ने मनाली-लेह राजमार्ग के 200 मीटर हिस्से को बहा दिया जिससे मार्ग बंद हो गया और पर्यटक फंस गए। हिमाचल प्रदेश में चंडीगढ़ और मनाली को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया। प्रशासन ने लोगों को नदी तटों और भूस्खलन प्रभावित इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।
दिल्ली में बारिश के कारण कई इलाकों में भारी जाम और जलभराव हो गया जिससे सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हुआ। राष्ट्रीय राजधानी में अगस्त में सबसे ज्यादा बारिश हुई, जहां सामान्य से करीब 60 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। जम्मू में 2 दर्जन से अधिक मकान और पुल क्षतिग्रस्त हो गए जबकि लगभग सभी जलाशय खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं जिससे कई निचले इलाके और सड़कें जलमग्न हो गई हैं।ALSO READ: Weather Update : राजस्थान से बिहार तक बारिश का कहर, यूपी को मिलेगी राहत, अन्य राज्य में कैसा रहेगा मौसम?
कटरा, उधमपुर और जम्मू रेलवे स्टेशन से आने-जाने वाली 18 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं जबकि आपदा के कारण ऑप्टिकल फाइबर क्षतिग्रस्त होने से केंद्र शासित प्रदेश में सभी सेवा प्रदाताओं के कॉल और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बाधित हो गईं हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू संभाग के कई हिस्सों में स्थिति काफी गंभीर है।
जम्मू संभाग में खराब मौसम के कारण विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों में कांस्टेबल पद के लिए जारी भर्ती प्रक्रिया मंगलवार को स्थगित कर दी गई, जबकि पूरे जम्मू संभाग के सभी स्कूलों को 27 अगस्त तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा भी स्थगित कर दी गई है।
जम्मू-श्रीनगर और किश्तवाड़-डोडा राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात स्थगित कर दिया गया है जबकि कई सड़कें भूस्खलन या अचानक बाढ़ के कारण अवरुद्ध हो गईं या क्षतिग्रस्त हो गईं। किश्तवाड़, रियासी, राजौरी, रामबन और पुंछ जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भी सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें मिली हैं।
अधिकारियों ने बताया कि माधोपुर बैराज का जलस्तर 1 लाख क्यूसेक को पार कर गया है और इसमें बढ़ोतरी हो रही है जिससे कठुआ जिले में रावी नदी के किनारे कई निचले इलाकों में भारी बाढ़ आ गई है। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई। पहलगाम की बेताब घाटी में शेषनाग 'नाला' का जलस्तर अब तक के उच्चतम स्तर 5.68 फुट को पार कर गया है और यह 6.02 फुट पर बह रहा है।
अधिकारियों के अनुसार नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि से पता चलता है कि क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में बादल फटने या बहुत भारी वर्षा हुई होगी। पंजाब के विभिन्न हिस्सों में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कपूरथला जिले में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। जबकि फिरोजपुर में लोगों ने विशेष रूप से नदी क्षेत्रों के किनारे बसे गांवों को खाली करना शुरू कर दिया है।ALSO READ: Weather Updates : देश के कई राज्यों में आसमानी आफत, राजस्थान में अगले 2 दिन भारी बारिश का अलर्ट, स्कूलों में छुट्टी, हिमाचल में 484 सड़कें बंद
पौंग और भाखड़ा बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने तथा भारी बारिश होने के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों समेत बर7ी नदी-नालों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। फिरोजपुर जिले में पिछले 2 दिन में 45 मिमी बारिश हुई है। शहरी क्षेत्र में भी स्थिति समान रूप से चिंताजनक हो गई हैं। कई सड़कें जलमग्न हैं जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तरी ओडिशा के बालासोर, भद्रक और जाजपुर जिलों के 170 से अधिक गांव मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बाढ़ के पानी में डूबे रहे जबकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बंगाल की खाड़ी में नए निम्न दबाव क्षेत्र के कारण अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।
सुंदरगढ़ जिले से मिली एक रिपोर्ट के अनुसार सहजबहाल इलाके में सफ़ी नदी पर बने पुल को पार करते समय एक ट्रक पानी के तेज बहाव में बह गया। वाहन चालक लापता है जबकि अग्निशमन कर्मियों ने ट्रक के खलासी को बचा लिया है। लापता चालक सुजीत आइंद को ढूंढने का प्रयास जारी है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव के कारण पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है। विजयनगरम, विशाखापत्तनम, अनाकापल्ली, श्रीकाकुलम, अल्लूरी सीताराम राजू, काकीनाडा, डॉ. बीआर आंबेडकर कोनसीमा और पूर्वी गोदावरी जिलों के कुछ स्थानों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta
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