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सोने-चांदी की कीमतों में आया बड़ा बदलाव, क्या है नया रेट, जानें पूरी खबर

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सोना और चांदी, भारतीय संस्कृति और निवेश का अभिन्न हिस्सा, हमेशा से लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं। लेकिन हाल के दिनों में इन कीमती धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने हर किसी का ध्यान खींचा है। लंबे समय तक आसमान छूती कीमतों के बाद अब सोने की कीमतों में मामूली राहत देखने को मिल रही है, जिससे आम लोग और निवेशक उत्साहित हैं। आइए, इस खबर में हम आपको 12 मई 2025 को सोने और चांदी की ताजा कीमतों (Today Gold price) के बारे में विस्तार से बताते हैं और समझते हैं कि ये बदलाव आपके लिए क्या मायने रखते हैं।

सोने की कीमतों में राहत, बाजार में हलचल

पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखा गया, जिसने निवेशकों और खरीदारों को चिंता में डाल दिया था। लेकिन अब बाजार में एक नया मोड़ आया है। देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में सोने की कीमतों में कमी दर्ज की गई है। इस बदलाव ने उन लोगों को राहत दी है जो शादी, त्योहार या निवेश के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों का स्थिरीकरण और रुपये की मजबूती इस गिरावट की प्रमुख वजह हैं।

दिल्ली-मुंबई में सोने का ताजा रेट

12 मई 2025 को दिल्ली में 22 कैरेट सोने की कीमत (22K gold price) 88,950 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत 97,030 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। वहीं, मुंबई में 22 कैरेट सोना 88,800 रुपये और 24 कैरेट सोना 96,880 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट पर उपलब्ध है। अन्य शहरों जैसे चेन्नई, कोलकाता, जयपुर, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, बेंगलुरु और पटना में भी लगभग समान रेट देखे जा रहे हैं। ये कीमतें मामूली अंतर के साथ स्थानीय करों और मांग के आधार पर बदलती हैं।

चांदी की कीमतों में भी नरमी

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों (Silver price today) में भी कमी आई है। 12 मई 2025 को चांदी का रेट 97,900 रुपये प्रति किलोग्राम रहा, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 1,000 रुपये कम है। यह गिरावट उन लोगों के लिए अच्छी खबर है जो चांदी के गहने या सिक्के खरीदने की सोच रहे हैं। चांदी की मांग, खासकर औद्योगिक उपयोग और निवेश के लिए, इसकी कीमतों को प्रभावित करती है।

कीमतों में बदलाव के पीछे क्या है कारण?

भारत में सोने और चांदी की कीमतें (Sone ki kemat) कई कारकों से प्रभावित होती हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत, भारतीय रुपये की विनिमय दर, सरकारी कर और आयात शुल्क जैसे कारण इन उतार-चढ़ाव के लिए जिम्मेदार हैं। इसके अलावा, भारत में सोने की मांग (Demand of gold) खासकर शादी और त्योहारों के मौसम में चरम पर होती है। दीवाली, धनतेरस और अक्षय तृतीया जैसे अवसरों पर लोग सोना खरीदना शुभ मानते हैं, जिससे कीमतों में उछाल आता है। हालांकि, मौजूदा गिरावट ने बाजार में एक नई उम्मीद जगाई है।

आपके लिए क्या है सही समय?

सोने और चांदी की कीमतों में यह गिरावट उन लोगों के लिए सुनहरा अवसर हो सकती है जो लंबे समय से खरीदारी की योजना बना रहे हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर आप निवेश के लिए सोना या चांदी खरीदना चाहते हैं, तो बाजार के रुझानों पर नजर रखें और विश्वसनीय ज्वैलर्स से ही खरीदारी करें। साथ ही, सोने की शुद्धता और हॉलमार्क की जांच करना न भूलें।

भारतीय संस्कृति में सोने का महत्व

सोना सिर्फ एक निवेश का साधन नहीं, बल्कि भारतीय परंपराओं का एक अहम हिस्सा है। शादी में सोने के गहने, त्योहारों पर सोने के सिक्के और पूजा में सोने का उपयोग हमारी संस्कृति की गहरी जड़ों को दर्शाता है। यही कारण है कि सोने की कीमतों में बदलाव न केवल निवेशकों, बल्कि आम लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है।

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