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पूर्व चौकीदार के परिजन आर्थिक मदद के आश्वासन पर अड़े

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पोस्टमार्टम से किया इंकार, नायब तहसीलदार को पत्नी ने दिया बयान

हमीरपुर, १ अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Uttar Pradesh के हमीरपुर जिले के सुमेरपुर क्षेत्र के पचखुरा बुजुर्ग में अवसाद के चलते फंदे पर झूले चौकीदार के परिजनों ने बुधवार को मुआवजे के नाम पर लिखित आश्वासन देने की मांग करते हुए पंचनामा में हस्ताक्षर करने से मना कर दिया. शव मोर्चरी में रखा हुआ है.

नायब तहसीलदार एवं एसडीएम सदर ने गांव पहुंचकर मृतक के परिजनों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन परिजन तैयार नहीं हुए. सुमेरपुर क्षेत्र के पचखुरा बुजुर्ग के निवासी पूर्व पुलिस चौकीदार रामरूप प्रजापति (35) ने घर पर ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. परिजन आर्थिक सहायता की मांग करते हुए शव नहीं उतारने दे रहे थे. लेकिन थानाध्यक्ष अनूप सिंह ने समझा बुझाकर शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी पहुंचा दिया था. बुधवार को परिजनों ने पंचनामा में हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि जब तक शासन की मदद का लिखित आश्वासन नहीं दिया जाएगा. तब तक पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे.

इसकी जानकारी होने पर नायब तहसीलदार प्रदीप कुमार निगम गांव पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन बात नहीं बनी. उन्होंने घटना से एसडीएम सदर को अवगत कराया. दोपहर में एसडीएम सदर गांव पहुंचे और समझाने का प्रयास किया. लेकिन मृतक की पत्नी रजनी ने यह कहते हुए मना कर दिया कि जब तक आर्थिक मदद नहीं दी जाएगी तब तक वह पोस्टमार्टम नहीं कराएगी. थानाध्यक्ष अनूप सिंह ने बताया कि परिजनों को समझाया जा रहा है. फिलहाल बुधवार को पोस्टमार्टम नहीं हो सका. गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है मृतक चौकीदार की पत्नी रजनी ने नायब तहसीलदार को दिए बयान में कहा कि उसके पति 11 वर्षों से गांव की चौकीदारी कर रहे थे और उनकी धनराशि एसबीआई बैंक में आती थी. लेकिन बिना नोटिस के उनके पति को हटा दिया गया था.

ग्राम प्रधान एवं वर्तमान चौकीदार ने मिलीभगत कर उसके पति को हटवा दिया था. जिससे वह अवसाद में रहने लगे और उन्होंने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. पीड़िता ने आत्महत्या के लिए ग्राम प्रधान एवं चौकीदार पर आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है. पीड़िता ने कृषक दुर्घटना बीमा का लाभ,पीएम आवास,संविदा पर नौकरी,पति का वेतन,विधवा पेंशन एवं शौचालय आदि की मांग की है. उधर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजीत सिंह यादव ने बताया कि पीड़िता के आरोप निराधार है. कुछ लोग उनको बरगला रहे है.

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(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा

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