— कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने की सुरक्षा के नए फीचर की शुरुआत
वाराणसी, 03 सितम्बर (Udaipur Kiran) । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में महिला सुरक्षा के लिए विश्वविद्यालय ने एक नई पहल की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने ऐप ‘नमस्ते बीएचयू’ में एक नया सुरक्षा फीचर जोड़ा है जो सुरक्षा सम्बंधी किसी भी स्थिति का सामना करने वालों को तुरंत प्रतिक्रिया और सहायता सुनिश्चित करेगा।
कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने बुधवार को महिला महाविद्यालय में विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस सुरक्षा फीचर का शुभारम्भ किया। पहले चरण में, यह फीचर विश्वविद्यालय की छात्राओं के लिए उपलब्ध है और बीएचयू परिसर की भौगोलिक सीमाओं के भीतर काम करेगा। किसी भी आपात स्थिति में, सेफ्टी बटन दबाने पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के कंट्रोल रूम को तुरंत सजग कर देगा। सजगता के साथ, यह सिस्टम उपयोगकर्ता का विवरण और लोकेशन सुरक्षा तंत्र को भेज देगा, जिससे तत्काल प्रतिक्रिया सम्भव होगी।
प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है और यह सुविधा महज पहला चरण है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह नया उपाय बीएचयू समुदाय में विश्वास की भावना जगाएगा। उन्हाेंने बताया कि यह सुविधा ‘सेलुलर नेटवर्क’ पर काम करेगी और कंट्रोल रूम के साथ साझा की गई लोकेशन इतनी सटीक होगी कि पेट्रोलिंग टीमें सहायता पंहुचा सकें। उन्होंने छात्राओं से कहा कि जब भी उन्हें किसी खतरे जैसी स्थिति का आभास हो, वे इस सुविधा का उपयोग करने में संकोच न करें। उपयोगकर्ता के अनुभव और प्रतिक्रिया के आधार पर सुरक्षा सुविधा को अपडेट किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि हर सॉफ़्टवेयर के अलग-अलग संस्करण होते हैं जिसमें अनुभव और प्रतिक्रिया के अनुसार बदलाव किए जाते हैं। इस सुरक्षा अलर्ट को भी भविष्य में अपडेट किया जाएगा।
इस नई पहल की सफलता के आधार पर, बीएचयू इस पहल को देश के अन्य विश्वविद्यालयों के साथ भी साझा करना चाहेगा। इस नए सुरक्षा फ़ीचर को मुख्य आरक्षाधिकारी कार्यालय के साथ मिलकर संयुक्त रूप से तैयार किया गया है। उपयोग में आसानी के लिए डिज़ाइन किए गए इस फ़ीचर के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल फ़ोन में नमस्ते बीएचयू ऐप इंस्टॉल करना होगा।
नमस्ते बीएचयू ऐप के विकास में अग्रणी रहे डॉ. टी वी प्रभाकर ने इस नए फ़ीचर का प्रदर्शन करते हुए बताया कि यह उपयोगकर्ता को दो विकल्प प्रदान करता है। कंट्रोल रूम को कॉल करना और कंट्रोल रूम में एक तीव्र ध्वनि उत्पन्न करना। मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. एस. पी. सिंह ने बताया कि यह पहल महिला सुरक्षा की दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि उप मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. निर्मला होरो के नेतृत्व में 9 सदस्यीय टीम बनाई गई है। यह टीम सुरक्षा फीचर की प्रतिक्रिया व प्रदर्शन आदि पर निगरानी व सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी। प्रोफेसर निर्मला होरो ने कहा कि इस नई सुविधा के शुभारंभ के लिए महिला महाविद्यालय को चुनना छात्राओं की सुरक्षा के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। स्वागत भाषण महिला महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रीता सिंह ने दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय और उसके सदस्यों के विकास के लिए कुलपति के दृष्टिकोण की सराहना की। प्रो. ऋचा ने धन्यवाद ज्ञापन और प्रो. पद्मिनी रवींद्रनाथ ने कार्यक्रम का संचालन किया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी