– जिन लोगों ने भारत की बेटियों का सिंदूर छीनने का दुस्साहस किया था, कल की स्ट्राइक में उन्हें अपना खानदान खोना पड़ा : याेगी
लखनऊ, 07 मई . पाकिस्तान में आतंकी ठिकाने पर एयर स्ट्राइक के बाद भारत सरकार के निर्देश पर बुधवार को देशभर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. उत्तर प्रदेश में लखनऊ समेत 19 जिलों में मॉक ड्रिल की गई. राजधानी में मॉक ड्रिल के साथ पुलिस और जांच एजेंसियां हाई अलर्ट पर रहीं. वहीं प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस ने सक्रियता बढ़ाते हुए संदिग्धों और वांछनीय तत्वों पर निगरानी बढ़ा दी है. इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों जैसे कि हवाई हमलों या आतंकी हमलों के लिए तैयार करना है.
गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश नागरिक सुरक्षा विभाग के निर्देशों के क्रम में आज नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन प्रदेश के 19 जिलों में किया गया. अलग-अलग समय में इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी एवं पुलिस कप्तानों ने अन्य विभागों के साथ तैयारियां कराई और तय समयानुसार मॉकड्रिल की गई. मॉकड्रिल के बाद पूरी तरह से सभी जिलों में 30 मिनट का ब्लैक आउट (पूरी तरह से घरों में अंधेरा) रखने की जनता से अपील की गई थी. जनता ने भी इसमें उप्र शासन और प्रशासन का पूरा सहयोग करते हुए ब्लैक आउट के साथ आतंकवाद को हराने के लिए देश के साथ खड़े रहने का संकल्प लिया.
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रिजर्व पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में पुलिस के जवानों ने मॉकड्रिल किया. इसमें आतंकी समेत किसी भी नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों, जैसे हवाई हमलों या आतंकी हमलों के लिए तैयार और बचाव करने की स्थिति को लेकर जागरूक करना था. इस अवसर पर मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने आपरेशन सिंदूर के लिए तीनों सेनाओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि आपरेशन सिंदूर उन बहन और बेटियों के प्रति प्रधान मंत्री मोदी और देश की सेना की एक संवेदना है. जिन लोगों ने भारत की बेटियों का सिंदूर छीनने का दुस्साहस किया था, कल की स्ट्राइक में उन्हें अपना खानदान खोना पड़ा है. दुश्मन के कायराना हरकताें का जवाब यह नया भारत इसी प्रकार से देगा. यह प्रधानमंत्री ने पहले दिन ही देश को आश्वस्त किया था. कल की घटना ने एक फिर इसे साबित किया है.
जिलाधिकारी विशाख जी ने बताया कि आज की गई मॉकड्रिल का उद्देश्य सिविल डिफेंस के वार्डेनों को नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए प्रशिक्षित करना और उनकी क्षमताओं का परीक्षण करना है. इससे उन्हें किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रभावी ढंग से काम करने में मदद मिलेगी. इसमें हवाई हमले की चेतावनी (सायरन), ब्लैक आउट, निकासी, प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था तत्काल उपलब्ध कराने के लिए कराए जाने वाले अभ्यास को सफलतापूर्वक कराया जाता है.
राजधानी लखनऊ की तरह प्रदेश के सभी जिलों में इसी तरह से मॉकड्रिल कराते हुए ब्लैक आउट कराते हुए नागरिकों को सर्तक और किसी भी स्थिति से सर्तक रहने की प्रशासन की ओर से अपील की गई. राजधानी के अलावा बुलंदशहर, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, बरेली, गाजियाबाद, झांसी, गोरखपुर, मथुरा, मेरठ, वाराणसी, मुरादाबाद, सहारनपुर, बख्शी का तालाब, सरसों, मुजफ्फरनगर, चंदौली, मुगलसराय और बागपत में मॉकड्रिल के निर्देश दिए गए.
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/ मोहित वर्मा
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