खड़गपुर, 02 नवम्बर (Udaipur Kiran) . Andhra Pradesh राज्य गठन दिवस के मौके पर प्रवासंधरा नव्या कला परिषद, खड़गपुर (स्थापना वर्ष 1958) की ओर से एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे —आईआईटी खड़गपुर के प्रोफेसर सत्य नारायण रेड्डी,
वी. प्रभाकर राव (पूर्व डिप्टी सीएमई) तथा एस. उदय कुमार (सेवानिवृत्त अधिकारी). सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और अपने संबोधन में पोत्ती श्रीरामुलु के महान त्याग तथा आंध्र संस्कृति की गौरवशाली परंपरा पर प्रकाश डाला.
बच्चों और युवाओं ने इस अवसर पर सुंदर नृत्य, गीत, भक्ति प्रस्तुतियां और सांस्कृतिक नाटक प्रस्तुत किए, जिन्हें दर्शकों ने उत्साहपूर्वक सराहा.
खड़गपुर में Andhra Pradesh और तेलुगु समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं, जिनकी आबादी लगभग 50 हजार से अधिक है.
यहां आंध्र समाज की मजबूत उपस्थिति का कारण है दक्षिण पूर्व रेलवे, जिसके अंतर्गत दशकों पहले बड़ी संख्या में Andhra Pradesh के लोग कार्यरत हुए थे.
वर्तमान में यह समाज शहर की सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है. खड़गपुर में आंध्र समाज द्वारा संचालित तेलुगु माध्यम उच्चतर विद्यालय भी कई है, जो नई पीढ़ी को मातृभाषा और संस्कृति से जोड़े रखने का कार्य कर रहा है.
कार्यक्रम के दौरान Andhra Pradesh राज्य के निर्माता पोत्ती श्रीरामुलु को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. उन्होंने तेलुगु भाषी जनता के लिए पृथक राज्य की मांग को लेकर 58 दिनों तक भूख हड़ताल की थी और 15 दिसंबर 1952 को प्राण त्याग दिए थे.
उनके बलिदान के परिणामस्वरूप ही एक नवंबर 1953 को आंध्र राज्य की स्थापना हुई, जो आगे चलकर Andhra Pradesh के रूप में जाना गया.
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(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता
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