बीजिंग, 30 अप्रैल . चीन ने बुधवार को जारी श्वेतपत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका पर गंभीर आरोप जड़ा है. बीजिंग ने कहा कि बहुत हद तक संभावना है कि कोविड-19 का वायरस चीन से पहले अमेरिका में उभरा. वाशिंगटन को अब इस बारे में दुनिया को जवाब देना चाहिए.
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार चीन के राज्य परिषद सूचना कार्यालय ने बुधवार को ‘कोविड-19 रोकथाम, नियंत्रण और उत्पत्ति का पता लगाना: चीन की कार्रवाई और रुख’ शीर्षक से एक श्वेत पत्र जारी किया है. श्वेत पत्र में कहा गया कि कोविड-19 के प्रकोप के बाद चीन ने वायरस की उत्पत्ति के बारे में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की मदद अध्ययन किया. पूरी पारदर्शिता के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर काम किया. इस दौरान सार्स-कोव-2 वायरस की उत्पत्ति का वैश्विक अध्ययन किया गया. इस अध्ययन के निष्कर्ष में दावा किया गया है कि वुहान लैब से कोविड-19 के वायरस के लीक होने की संभावना बेहद कम है.
श्वेत पत्र में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार ने कोविड-19 के जवाब में अपनी विफलता का सामना करने और अपनी कमियों पर विचार करने के बजाय वायरस की उत्पत्ति का आरोप चीन पर मढ़कर दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश की. अनुसंधान के दौरान जुटाए गए साक्ष्यों से पता चलता है कि कोविड-19 संयुक्त राज्य अमेरिका में आधिकारिक तौर पर दावा किए गए समय से पहले और चीन में प्रकोप से पहले उभरा हो सकता है. अब संयुक्त राज्य अमेरिका में वायरस की उत्पत्ति की गहन और गहराई से जांच की जानी चाहिए. संयुक्त राज्य अमेरिका को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उचित चिंता का जवाब देना चाहिए.
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/ मुकुंद
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