आजकल की डिजिटल दुनिया में जहां सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है, वहीं ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह बेहद ज़रूरी है कि हम अपने ज़रूरी दस्तावेज़ों को लेकर सतर्क रहें। और जब बात सबसे अहम दस्तावेज़ की हो, तो ज़हन में सबसे पहले ‘आधार कार्ड’ का नाम आता है। चाहे कोई सरकारी काम हो या प्राइवेट सेवा, आजकल हर जगह आधार की ज़रूरत पड़ती है। ज़रा सोचिए, अगर आपका आधार कार्ड किसी गलत इंसान के हाथ लग जाए, तो कितना बड़ा नुकसान हो सकता है! आप बिना किसी गलती के कानूनी पचड़ों में भी फंस सकते हैं।
लेकिन घबराइए नहीं! अच्छी बात यह है कि आप खुद ही यह पता लगा सकते हैं कि कहीं आपके आधार नंबर का कोई गलत इस्तेमाल तो नहीं कर रहा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की वेबसाइट पर यह सुविधा बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है और कुछ ही मिनटों में आपको पूरी जानकारी मिल जाती है। आइए, जानते हैं कैसे आप अपने आधार को सुरक्षित रख सकते हैं और किसी भी अनहोनी से बच सकते हैं।
कैसे पता करें कहाँ-कहाँ हुआ आपके आधार का इस्तेमाल? (आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री)
यह जानना बेहद आसान है कि आपका आधार कार्ड कहाँ-कहाँ इस्तेमाल हुआ है। बस इन आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
सबसे पहले UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
होमपेज पर आपको “My Aadhaar” या “आधार सेवाएँ” जैसा एक सेक्शन दिखेगा। इसमें “Aadhaar Authentication History” (आधार प्रमाणीकरण इतिहास) पर क्लिक करें।
अब एक नया पेज खुलेगा। यहां अपना 12 अंकों का आधार नंबर और स्क्रीन पर दिख रहा सिक्योरिटी कोड (कैप्चा) डालें। इसके बाद “Send OTP” या “ओटीपी भेजें” पर क्लिक करें।
आपके आधार से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा। उसे सही जगह पर डालकर सबमिट कर दें।
बस! अब आपके सामने पूरी लिस्ट आ जाएगी कि पिछले कुछ समय में आपका आधार किस तारीख को, किस तरह की सेवा (जैसे- बैंक, मोबाइल कंपनी आदि) के लिए और किस संस्था द्वारा इस्तेमाल किया गया था।
इससे आप किसी भी ऐसी गतिविधि को तुरंत पकड़ सकते हैं जो आपने नहीं की है।
अगर दिखे कुछ गड़बड़, तो तुरंत करें ये काम!
अगर आपको अपनी आधार हिस्ट्री देखकर लगता है कि आपके आधार का इस्तेमाल आपकी जानकारी या सहमति के बिना हुआ है, तो बिना देर किए शिकायत करें:
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टोल-फ्री नंबर: 1947 पर कॉल करें।
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ईमेल: पर अपनी शिकायत भेजें।
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ऑनलाइन शिकायत: UIDAI की वेबसाइट (uidai.gov.in) पर जाकर भी आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
जितनी जल्दी आप शिकायत करेंगे, किसी भी बड़ी धोखाधड़ी को रोकने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी।
किसी प्रियजन की मृत्यु के बाद उनके आधार का क्या करें?
यह एक अहम सवाल है। आपको बता दें कि किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उनके आधार कार्ड को रद्द या डिएक्टिवेट कराने की फिलहाल कोई आधिकारिक प्रक्रिया नहीं है। ऐसे में यह परिवार की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे सुनिश्चित करें कि मृतक के आधार कार्ड का कोई दुरुपयोग न हो।
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योजनाओं से नाम हटवाएं: अगर मृतक किसी सरकारी योजना या सब्सिडी का लाभ ले रहे थे, तो संबंधित विभाग को उनकी मृत्यु की सूचना देकर योजना से उनका नाम हटवा देना चाहिए। इससे भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सकता है।
मृत व्यक्ति का आधार ऐसे करें लॉक (सुरक्षित रखने का एक और तरीका):
UIDAI आपको आधार को लॉक करने की सुविधा भी देता है, जिससे इसके किसी भी तरह के दुरुपयोग को रोका जा सकता है। यह प्रक्रिया भी काफी आसान है:
UIDAI की वेबसाइट पर जाएं।
“My Aadhaar” या “आधार सेवाएँ” सेक्शन में “Lock/Unlock Aadhaar” (आधार लॉक/अनलॉक करें) विकल्प पर क्लिक करें।
आधार लॉक करने के लिए अपना आधार नंबर, पूरा नाम (जैसा आधार पर है), और पिन कोड डालें। इसके बाद OTP भरकर सबमिट करें।
आपका आधार कार्ड लॉक हो जाएगा।
जब भी आपको आधार इस्तेमाल करना हो, तो आप इसी प्रक्रिया से इसे अनलॉक भी कर सकते हैं। अनलॉक करने के लिए आपको अपनी वर्चुअल आईडी (VID) और OTP की ज़रूरत होगी। आधार को लॉक रखना एक बेहतरीन सुरक्षा उपाय है, जिसका इस्तेमाल आपको ज़रूर करना चाहिए।
याद रखें, थोड़ी सी सावधानी आपको बड़ी मुसीबतों से बचा सकती है। अपने आधार को सुरक्षित रखें!
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