Share Market Crash : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य संकट के चलते सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र यानी शुक्रवार (9 मई) को भारतीय शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी-50 24,000 के स्तर पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 79,500 से नीचे बंद हुआ।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के साथ तनाव का असर आज शेयर बाजार में देखने को मिल सकता है और सेंसेक्स और निफ्टी 50 में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि दोनों प्रमुख सूचकांकों के लोअर सर्किट में गिरने की संभावना नहीं है।
शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,300 अंक से अधिक गिरकर 78,968.34 पर खुला। हालाँकि, कारोबार शुरू होते ही सूचकांक में सुधार दिखा। सुबह 9:30 बजे यह 378.60 अंक या 0.47% की गिरावट के साथ 79,956.21 पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी-50 भी बड़ी गिरावट के साथ 23,935.75 अंक पर खुला। सुबह 9:30 बजे यह 204.05 अंक या 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,069.75 पर था।
शेयर बाजार में आगे भी बड़ी गिरावट आ सकती है।स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बलिगा ने कहा, “बाजार में आज बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है, लेकिन फिलहाल शॉर्ट सर्किट की कोई संभावना नहीं है। अगर पाकिस्तान के साथ तनाव और बढ़ता है तो निफ्टी में 500 से ज्यादा अंकों की गिरावट आ सकती है। जबकि सेंसेक्स में करीब 2500 से 3000 अंकों की गिरावट आ सकती है। हालांकि, अगर सरकार की ओर से स्थिति के बारे में कोई आधिकारिक बयान आता है तो इससे निवेशकों का मनोबल बढ़ सकता है।”
आर., अल्फानिटी फिनटेक के सह-संस्थापक और निदेशक। भट ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच आगे क्या होगा, यह कहना मुश्किल है। यह अनिश्चितता शेयर बाजार में चिंता बढ़ा रही है और वैश्विक बाजार में जो कुछ भी हो रहा है, उसके बावजूद निफ्टी को अपने मौजूदा स्तर से 5% नीचे धकेल सकती है। भारत-पाकिस्तान तनाव एक स्थानीय मुद्दा है और इसका असर वैश्विक संकेतों से अलग है।”
गुरुवार को बाजार की चालगुरुवार को शेयर बाजार में बिकवाली हावी रही। बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी 50 0.58% गिरकर 24,273.80 पर बंद हुआ। वहीं, बैंक निफ्टी 0.45 फीसदी की गिरावट के साथ 54,365.65 पर बंद हुआ। सभी प्रमुख क्षेत्रों में रियल एस्टेट, धातु और ऑटो क्षेत्रों में सबसे अधिक दबाव देखा गया। हालाँकि, आईटी क्षेत्र एकमात्र ऐसा क्षेत्र रहा जो तेजी में रहा। व्यापक सूचकांक, यानी मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी 1.5% से 2% की गिरावट देखी गई।
You may also like
हाई हील्स के चक्कर में Oops मोमेंट का शिकार हुई कंगना, छोटी ड्रेस पहनकर सीढ़ियों पर लुढ़की ˠ
5 एक्ट्रेस जिन्होंने MMS लीक के कारण शर्मिंदगी का सामना किया
मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिंह राजपूत की याद में किया भावुक खुलासा
शिल्पा शेट्टी के प्रेम संबंध: बॉलीवुड के सितारों के साथ रिश्तों की कहानी
चंदू का नया अवतार: नसीब अपना-अपना की अदाकारा अब बन गई हैं हुस्नपरी