नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ (JNUSU) चुनाव में लाल परचम लहराया है। लेफ्ट यूनिटी ने सभी चार प्रमुख पदों पर शानदार जीत हासिल की है। अध्यक्ष पद के लिए लेफ्ट यूनिटी की उम्मीदवार अदिति मिश्रा, उपाध्यक्ष पद के लिए के. गोपिका ने जीत हासिल की है। उपाध्यक्ष पद पर के. गोपिका ने 2,966 वोटों से बड़ी जीत दर्ज की। उन्होंने एबीवीपी की तान्या कुमारी को पीछे छोड़ा, जिन्हें 1,730 वोट मिले।
गोपिका बाबू की पढ़ाई
JNUSU के उपाध्यक्ष पद के लिए चुनी गईं के. गोपिका बाबू को छात्र राजनीति की एक प्रमुख आवाज मानी जाती हैं। उन्होंने 2022 में जेएनयू के समाजशास्त्र विभाग में एमए में दाखिला लिया था। 2024 में मास्टर की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सेंटर फॉर स्टडी ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस (CSLG) में पीएचडी शुरू की।
गोपिका बाबू और छात्र राजनीति
गोपिका बाबू इस बार जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट यूनिटी पैनल की ओर से उपाध्यक्ष पद के लिए लड़ीं और जीत दर्ज की। वह अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) दोनों से जुड़ी हुई हैं और कैंपस में अपनी सक्रिय भूमिका के लिए जानी जाती हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़ाव
गोपिका बाबू की छात्र राजनीति की शुरुआत दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से हुई थी। वहीं से उन्होंने प्रगतिशील छात्र आंदोलनों में हिस्सा लेना शुरू किया। वर्तमान में वह SFI जेएनयू यूनिट की सचिवालय सदस्य भी हैं।
लेफ्ट यूनिटी पैनल के प्रमुख उम्मीदवार
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2025 में लेफ्ट यूनिटी पैनल ने अपने केंद्रीय पैनल से कई प्रमुख उम्मीदवार मैदान में उतारे, जिनमें के. गोपिका बाबू उपाध्यक्ष पद के लिए सबसे चर्चित चेहरों में से एक रहीं।
गोपिका बाबू की पढ़ाई
JNUSU के उपाध्यक्ष पद के लिए चुनी गईं के. गोपिका बाबू को छात्र राजनीति की एक प्रमुख आवाज मानी जाती हैं। उन्होंने 2022 में जेएनयू के समाजशास्त्र विभाग में एमए में दाखिला लिया था। 2024 में मास्टर की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सेंटर फॉर स्टडी ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस (CSLG) में पीएचडी शुरू की।
गोपिका बाबू और छात्र राजनीति
गोपिका बाबू इस बार जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट यूनिटी पैनल की ओर से उपाध्यक्ष पद के लिए लड़ीं और जीत दर्ज की। वह अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) दोनों से जुड़ी हुई हैं और कैंपस में अपनी सक्रिय भूमिका के लिए जानी जाती हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़ाव
गोपिका बाबू की छात्र राजनीति की शुरुआत दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से हुई थी। वहीं से उन्होंने प्रगतिशील छात्र आंदोलनों में हिस्सा लेना शुरू किया। वर्तमान में वह SFI जेएनयू यूनिट की सचिवालय सदस्य भी हैं।
लेफ्ट यूनिटी पैनल के प्रमुख उम्मीदवार
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2025 में लेफ्ट यूनिटी पैनल ने अपने केंद्रीय पैनल से कई प्रमुख उम्मीदवार मैदान में उतारे, जिनमें के. गोपिका बाबू उपाध्यक्ष पद के लिए सबसे चर्चित चेहरों में से एक रहीं।
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