मुंबई: मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना सरकार के गले की हड्डी बन गई है। लाडली बहनों को पैसा देने के लिए वित्त विभाग ने आदिवासी विकास विभाग और अनुसूचित जाति और नवबौद्ध समुदायों के लिए निर्धारित सामाजिक न्याय विभाग की रकम को डायवर्ट किया है। वित्त विभाग की माने तो दूसरे विभाग के फंड डायवर्ट किए बिना लाडली बहनों को पैसा देना संभव नहीं है। कब शुरू हुई थी लाडकी बहिन योजनागौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले महायुति सरकार ने मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना शुरू की। तब सरकार ने लाडली बहनों को हर माह 1500 रुपये देने का निर्णय लिया। चुनाव प्रचार के दौरान यह रकम बढ़ाकर 2100 करने का वादा इस सरकार ने किया था। अप्रैल की किस्त का लाडली बहनें इंतजार कर रही हैं। राज्य की महिला बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा कि पात्र लाभार्थी बहनों के आधार लिंक बैंक खातों में अप्रैल माह की किस्त जमा करने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू की जा रही है। यह प्रक्रिया अगले 2 से 3 दिनों में पूरी हो जाएगी और सभी पात्र लाभार्थियों को धनराशि सीधे उनके खातों में प्राप्त हो जाएगी। आम तौर पर लाडली बहन योजना की पात्र महिला लाभार्थियों के खाते में माह के अंतिम सप्ताह में किस्त का भुगतान किया जाता है, लेकिन अप्रैल माह की किस्त मिलने में देरी हुई। पहले कहा गया था कि अक्षय तृतीया के दिन किस्त का भुगतान हो जाएगा, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। आदिवासी विभाग की निधि में कितने की कटौती?लाडकी बहिन योजना की करीबन 2 करोड़ 34 महिलाए लाभार्थी हैं। हर महीने की किस्त देने सरकार की कई सारी योजनाओं पर असर पड़ रहा है। हॉल ही हुए बजट सत्र में आदिवासी विभाग की निधि में 4,000 करोड़ रुपये और सामाजिक न्याय विभाग की निधि में 3,000 करोड़ रुपये की कटौती कर दी। इस पर सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट ने खुलेआम नाराजगी प्रकट की थी। अब राज्य सरकार ने आदिवासी विकास विभाग और सामाजिक न्याय विभाग को दिए जाने वाले फंड को लाडकी बहिन योजना के लिए महिला व बाल विकास विभाग को डायवर्ट किया है। आदिवासी विभाग विभाग के 335.70 करोड़ रुपये तथा सामाजिक न्याय विभाग के 410.30 करोड़ रुपये फंड को महिला व बाल विकास विभाग को डायवर्ट किया गया है। राज्य सरकार के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि आदिवासियों, अनुसूचित जातियों और नवबौद्ध समुदायों के लिए कई योजनाओं में कटौती करनी पड़ेगी। लाडकी बहिन योजना कभी खत्म नहीं होगी: शिंदेमहाराष्ट्र में लाडकी बहिन योजना के जनक उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि लाडकी बहिन योजना महाराष्ट्र में कभी बंद नहीं होगी। यह बात शिंदे ने उस समय कहा जब नवी मुंबई से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी उद्धव सेना के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनकी पार्टी शिवसेना में शामिल हो रहे थे। इसका नेतृत्व उद्धव सेना की पदाधिकारी रतन मांडवी ने किया। इस मौके पर डीसीएम शिंदे ने कहा कि ‘लोग शिवसेना में इसलिए शामिल हो रहे हैं क्योंकि वे विकास चाहते हैं।’ कल्याणकारी योजनाओं पर चिंताओं को लेकर शिंदे ने कहा कि लाडकी बहिन योजना कभी नहीं रोका जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया और नागरिकों से गलत सूचनाओं पर विश्वास नहीं करने का आग्रह किया। शिवसेना प्रमुख ने अपनी पार्टी के चुनावी घोषणापत्र को पूरी तरह लागू करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि हम छपाई संबंधी गलतियों जैसी बहानेबाजी नहीं करेंगे। मैं जो आश्वासन देता हूं, वह होगा और जो संभव नहीं है वह नहीं होगा।
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