ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी, सोनभद्र: सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मारकुंडी घाटी में गोवर्धन पूजा के अवसर पर यादव समाज द्वारा आयोजित एक अनोखे अनुष्ठान ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया। इस दौरान पुजारी राजेंद्र यादव ने खौलते दूध से स्नान कर भगवान श्रीकृष्ण की आराधना की, जिसमें उन्होंने अपना सिर दूध के मटके में डुबोया। इस अनुष्ठान को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए।
खौलते दूध में स्नान, आस्था का अनोखा प्रदर्शन
सोनभद्र के राबर्ट्सगंज ब्लॉक अंतर्गत मारकुंडी घाटी के वीर लोरिक पत्थर स्थल पर हर वर्ष की तरह इस बार भी गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई गई। यादव समाज की इस परंपरा में पुजारी द्वारा खौलते दूध से स्नान करने का दृश्य मुख्य आकर्षण रहा। पुजारी राजेंद्र यादव ने बताया कि यह अनुष्ठान भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।
उन्होंने कहा,“भगवान के प्रति अटूट आस्था के कारण खौलते दूध की गर्मी मुझे प्रभावित नहीं करती। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।” स्थानीय लोगों का दावा है कि यह चमत्कार केवल पुजारी ही कर सकते हैं, क्योंकि कोई अन्य व्यक्ति इस गर्म दूध में हाथ तक नहीं डाल सकता।
हजारों की भीड़ रही गवाह, भविष्यवाणी से पुजारी का इनकार
इस अनुष्ठान को देखने के लिए यादव समाज के हजारों लोग मौजूद रहे। आयोजन में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामनिहोर यादव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव और पूर्व सपा जिलाध्यक्ष विजय यादव सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। परंपरा के अनुसार, पुजारी हर वर्ष आगामी साल के लिए भविष्यवाणियां करते हैं, लेकिन इस बार राजेंद्र यादव ने भविष्यवाणी करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, “सही समय आने पर भविष्यवाणी की जाएगी।”
परंपरा और आस्था का संगम
यह अनुष्ठान दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा के दिन हर वर्ष आयोजित होता है। स्थानीय लोगों के बीच इसकी खासी मान्यता है। आयोजन में शामिल लोगों ने इसे आस्था और परंपरा का अनूठा संगम बताया। यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक एकता को भी मजबूत करता है।
खौलते दूध में स्नान, आस्था का अनोखा प्रदर्शन
सोनभद्र के राबर्ट्सगंज ब्लॉक अंतर्गत मारकुंडी घाटी के वीर लोरिक पत्थर स्थल पर हर वर्ष की तरह इस बार भी गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई गई। यादव समाज की इस परंपरा में पुजारी द्वारा खौलते दूध से स्नान करने का दृश्य मुख्य आकर्षण रहा। पुजारी राजेंद्र यादव ने बताया कि यह अनुष्ठान भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।
उन्होंने कहा,“भगवान के प्रति अटूट आस्था के कारण खौलते दूध की गर्मी मुझे प्रभावित नहीं करती। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।” स्थानीय लोगों का दावा है कि यह चमत्कार केवल पुजारी ही कर सकते हैं, क्योंकि कोई अन्य व्यक्ति इस गर्म दूध में हाथ तक नहीं डाल सकता।
हजारों की भीड़ रही गवाह, भविष्यवाणी से पुजारी का इनकार
इस अनुष्ठान को देखने के लिए यादव समाज के हजारों लोग मौजूद रहे। आयोजन में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामनिहोर यादव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव और पूर्व सपा जिलाध्यक्ष विजय यादव सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। परंपरा के अनुसार, पुजारी हर वर्ष आगामी साल के लिए भविष्यवाणियां करते हैं, लेकिन इस बार राजेंद्र यादव ने भविष्यवाणी करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, “सही समय आने पर भविष्यवाणी की जाएगी।”
परंपरा और आस्था का संगम
यह अनुष्ठान दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा के दिन हर वर्ष आयोजित होता है। स्थानीय लोगों के बीच इसकी खासी मान्यता है। आयोजन में शामिल लोगों ने इसे आस्था और परंपरा का अनूठा संगम बताया। यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक एकता को भी मजबूत करता है।
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