बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में हुए दर्दनाक बस हादसे में सुरक्षित बची 10 साल की आरुषी अब एम्स बिलासपुर में भर्ती है। हादसे के कुछ घंटे बाद भी आरुषी की आंखों में डर और सदमा साफ झलकता है। उसने कांपती आवाज में बताया कि बस बिल्कुल सामान्य गति से चल रही थी। हमें दो स्टॉप के बाद उतरना था। मैं बस में आगे की सीट पर बैठी थी। अचानक पुल के पास पहाड़ी से *गड़-गड़’ की आवाज आई और फिर एक जोरदार धड़ाम हुआ। पलभर में सब अंधेरा छा गया। मेरे सिर पर चोट लगी थी, कानों में कुछ सुनाई नहीं दे रहा था, लेकिन उस अंधेरे में सिर्फ लोगों की चीखें गूंज रही थीं। मैं भी चिल्ला रही थी, मदद के लिए पुकार रही थी, पर बहुत देर तक कोई नहीं आया।
सबकुछ शांत हो गया था
आरुषी ने बताया कि थोड़ी देर बाद बाहर से आवाजें आने लगीं। लोग बस का शीशा तोड़कर अंदर घुसे। जब मुझे बाहर निकाला गया तो देखा, बस के अंदर सबकुछ शांत था, जैसे सब मौन हो गए हों। डॉक्टरों के मुताबिक, आरुषी को सिर और हाथ में चोटें आई हैं, लेकिन हालत अब स्थिर है। बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में 18 लोगों लोगों की जान चली गई, जबकि कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
कैसे हुआ हादसा
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एक भयानक बस हादसा हुआ है। यहां एक प्राइवेट बस भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की चपेट में आई गई। मलबे के नीचे दबने से बस में सवार 18 लोगों की मौत हो गई। बस में 30 से 35 यात्री सवार थे। जो कि मरोतन, बरठीं, घुमारवीं और बीच के स्टेशनों के रहने वाले थे। बस चालक और परिचालक की भी इस हादसे में मौत हो गई है। अभी तक किसी भी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। एक अधिकारी ने बताया कि हिमाचल के बिलासपुर में भूस्खलन की चपेट में आई बस में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है।
कब हुआ हादसा
यह हादसा मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे बालूघाट (भल्ला पुल) के पास हुआ। जब मरोतन से घुमारवीं जा रही बस पर पहाड़ी से भूस्खलन का मलबा गिर गया। मलबे के गिरने से पूरी उसकी चपेट में आ गई। इस हादसे में दो बच्चियों और एक बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया है। इनमें से एक बच्ची की मां की दुर्घटना में मौत हो गई। उधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
सबकुछ शांत हो गया था
आरुषी ने बताया कि थोड़ी देर बाद बाहर से आवाजें आने लगीं। लोग बस का शीशा तोड़कर अंदर घुसे। जब मुझे बाहर निकाला गया तो देखा, बस के अंदर सबकुछ शांत था, जैसे सब मौन हो गए हों। डॉक्टरों के मुताबिक, आरुषी को सिर और हाथ में चोटें आई हैं, लेकिन हालत अब स्थिर है। बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में 18 लोगों लोगों की जान चली गई, जबकि कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
कैसे हुआ हादसा
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एक भयानक बस हादसा हुआ है। यहां एक प्राइवेट बस भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की चपेट में आई गई। मलबे के नीचे दबने से बस में सवार 18 लोगों की मौत हो गई। बस में 30 से 35 यात्री सवार थे। जो कि मरोतन, बरठीं, घुमारवीं और बीच के स्टेशनों के रहने वाले थे। बस चालक और परिचालक की भी इस हादसे में मौत हो गई है। अभी तक किसी भी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। एक अधिकारी ने बताया कि हिमाचल के बिलासपुर में भूस्खलन की चपेट में आई बस में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है।
कब हुआ हादसा
यह हादसा मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे बालूघाट (भल्ला पुल) के पास हुआ। जब मरोतन से घुमारवीं जा रही बस पर पहाड़ी से भूस्खलन का मलबा गिर गया। मलबे के गिरने से पूरी उसकी चपेट में आ गई। इस हादसे में दो बच्चियों और एक बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया है। इनमें से एक बच्ची की मां की दुर्घटना में मौत हो गई। उधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
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