डॉ सुरेंद्र कुमार, एमबीबीएस, जनरल फिजिशियन, नई दिल्ली के मुताबिक पैरों की बनावट, रूप-रंग या उनके काम करने के तरीके में कोई भी बदलाव किसी बड़ी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, जिस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।
शोध बताते हैं कि पैरों में दिखने वाले लक्षण डायबिटीज और हृदय संबंधी समस्याओं जैसी गंभीर बीमारियों की शुरुआती चेतावनी हो सकते हैं। आइए जानें, पैरों की हालत से किन गंभीर बीमारियों का पता लगाया जा सकता है?(Photo credit):iStock
पैरों का सुन्न होना और झुनझुनी
पैर की उंगलियों या तलवों में लगातार सुन्नपन या झुनझुनी महसूस होना अक्सर डायबिटिक न्यूरोपैथी का संकेत होता है, जो अनियंत्रित डायबिटीज में आम है। इसे नजरअंदाज करने से पैरों में चोट, संक्रमण या अल्सर हो सकता है। यह किसी अन्य तंत्रिका समस्या का भी संकेत हो सकता है जिसके लिए डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।
लगातार दर्द और सूजन रहना
यदि आपके पैरों में लगातार दर्द, सूजन या भारीपन रहता है, तो यह हृदय संबंधी समस्याओं जैसे कि हार्ट फेलियर (Heart Failure) या पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज (Peripheral Vascular Disease) के कारण हो सकता है। ये लक्षण अक्सर चलने-फिरने से बढ़ते हैं और आराम करने पर कम हो जाते हैं। इन लक्षणों को गंभीरता से लेना और तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
त्वचा और रंग में बदलाव

पैरों की सूखी, फटी हुई या रंग बदली हुई त्वचा, साथ ही ऐसे छाले या घाव जो ठीक न हो रहे हों, खराब ब्लड सर्कुलेशन (Poor blood circulation) या किसी संक्रमण का संकेत हो सकते हैं। डायबिटीज के रोगियों के लिए यह विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि पैरों के घाव गंभीर संक्रमण या यहां तक कि अंग-विच्छेदन (Amputation) का कारण बन सकते हैं।
असामान्य रूप से ठंडे पैर
यदि आपके पैर असामान्य रूप से ठंडे रहते हैं, खासकर जब वे पीले, नीले या लाल दिखते हैं, तो यह पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) के कारण खराब ब्लड फ्लो का संकेत हो सकता है। यह स्थिति हृदय रोग से जुड़ी हुई है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाती है। ब्लड फ्लो की समस्या का जल्द पता लगाकर हृदय संबंधी जोखिम को कम किया जा सकता है।
नाखून में बदलाव या खराब होना
पैरों की बनावट में बदलाव, जैसे गांठ (Bunions), मुड़ी हुई उंगलियां (Hammertoes) या मोटे और फफूंदी वाले नाखून, संरचनात्मक समस्याओं या संक्रमणों का संकेत हो सकते हैं। ये बदलाव रुमेटॉइड आर्थराइटिस जैसी बड़ी बीमारियों से भी जुड़े हो सकते हैं।
पैरों से जुड़ें रोगों की वक्त रहते करें पहचान

अपने पैरों के इन संकेतों के प्रति जागरूक रहना और नियमित रूप से उनकी जांच करना न केवल पैरों के स्वास्थ्य के लिए, बल्कि कई संभावित गंभीर बीमारियों का जल्दी पता लगाने के लिए भी बहुत आवश्यक है। अपने पैरों की देखभाल करना आपकी ओवरऑल हेल्थ को बनाए रखने का एक आसान तरीका हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है । यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता । ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें । एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है ।You may also like
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