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लाल चकत्ते और जलन से हैं परेशान? जानें फंगल इन्फेक्शन से राहत के आसान उपाय

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बदलते मौसम, उमस भरी गर्मी और शरीर की साफ-सफाई में ज़रा सी लापरवाही… ऐसे में फंगल इन्फेक्शन होना आम बात है। यह त्वचा से जुड़ी एक ऐसी समस्या है जो शुरुआत में मामूली खुजली से शुरू होती है, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर यह तेज़ी से फैल सकती है।

विशेषज्ञों के अनुसार, फंगल इन्फेक्शन एक संक्रामक स्थिति है, जो फफूंद (fungus) के संपर्क में आने से होती है। यह आमतौर पर शरीर के उन हिस्सों में होता है, जहां नमी बनी रहती है, जैसे बगल, जांघ, गर्दन, पैर के तलवे या नाखून।

आइए जानते हैं फंगल इन्फेक्शन के लक्षण, इसके कारण और ऐसे 5 घरेलू नुस्खे, जिनकी मदद से आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं।

क्या है फंगल इन्फेक्शन?

फंगल इन्फेक्शन एक त्वचा रोग है, जो फफूंद के कारण होता है। यह फंगस गीली या पसीने से भरी त्वचा पर पनपता है और तेजी से फैल सकता है। इसमें त्वचा पर लालपन, खुजली, जलन और कभी-कभी छाले या पपड़ी बन जाती है।

मुख्य लक्षण

प्रभावित स्थान पर तेज़ खुजली

त्वचा पर लाल या भूरे रंग के चकत्ते

चकत्तों का फैलना और बढ़ना

छाले या फटने पर जलन

सफेद परत या सूखापन (खासकर पैरों की उंगलियों के बीच)

किन कारणों से होता है फंगल इन्फेक्शन?

अधिक पसीना आने से शरीर की नमी बनी रहती है

गंदे या गीले कपड़े पहनना

साझा तौलिया या अंडरगारमेंट्स का उपयोग

प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना

नाखूनों या पैरों की साफ-सफाई में लापरवाही

राहत दिलाने वाले 5 असरदार घरेलू नुस्खे
1. टी ट्री ऑयल (Tea Tree Oil)

टी ट्री ऑयल में शक्तिशाली एंटीफंगल गुण होते हैं। एक कॉटन में दो बूंद टी ट्री ऑयल लेकर प्रभावित हिस्से पर दिन में दो बार लगाएं। राहत जल्द महसूस होगी।

2. नीम की पत्तियां

नीम में प्राकृतिक जीवाणुनाशक गुण होते हैं। नीम की पत्तियों को उबालकर उस पानी से नहाएं या पत्तियों का पेस्ट बनाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं।

3. लहसुन का प्रयोग

लहसुन को पीसकर उसका पेस्ट प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इसमें ऐंटीफंगल तत्व होते हैं जो संक्रमण को कम करते हैं। हालांकि, संवेदनशील त्वचा वाले सावधानी बरतें।

4. दही (Curd)

दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स त्वचा की फंगल ग्रोथ को कम करने में सहायक होते हैं। दही को सीधे चकत्ते पर लगाने से राहत मिल सकती है।

5. नारियल तेल

नारियल तेल त्वचा को नमी देने के साथ-साथ फंगस को भी कम करता है। दिन में दो बार प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।

कब डॉक्टर से मिलें?

यदि घरेलू उपायों से 5-7 दिनों में राहत न मिले, खुजली बढ़ जाए या मवाद आने लगे, तो त्वचा रोग विशेषज्ञ (Dermatologist) से परामर्श अवश्य लें। यह संक्रमण गंभीर रूप भी ले सकता है।

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