Next Story
Newszop

चेन्नई एयरपोर्ट पर ₹60 करोड़ की कोकीन जब्त, एनसीबी ने नाइजीरियाई नेटवर्क का किया भंडाफोड़

Send Push

चेन्नई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 5.618 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली कोकीन जब्त की है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 60 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नशा मुक्त भारत’ दृष्टिकोण और केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के तहत उठाया गया, जिसे मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है।

यह कार्रवाई 1 सितंबर 2025 को हुई, जब एनसीबी चेन्नई और एयर इंटेलिजेंस यूनिट, कस्टम्स विभाग ने संयुक्त अभियान चलाकर इथियोपियन एयरलाइंस की उड़ान से अदीस अबाबा से चेन्नई पहुंचे दो भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में एक 25 वर्षीय युवक उत्तराखंड के बागेश्वर का निवासी है, जिसने बीए की पढ़ाई की है, जबकि दूसरा 26 वर्षीय आईटीआई पास युवक हिमाचल प्रदेश के चंबा से है। जांच में सामने आया कि दोनों पिछले कई वर्षों से कोकीन की तस्करी में सक्रिय थे और अफ्रीका से भारत तक इसे पहुंचाने वाले नेटवर्क का हिस्सा थे।

एनसीबी की गहन जांच में खुलासा हुआ कि इस पूरे रैकेट का संचालन दिल्ली से एक नाइजीरियाई नागरिक कर रहा था। वह 2023 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था और चेन्नई के ग्लेनीगल्स हेल्थसिटी में इलाज भी करा चुका था। हालांकि, 2024 में वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी वह भारत में अवैध रूप से रहकर ड्रग्स का धंधा चला रहा था। एनसीबी ने उसे भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा, मुंबई से भी चंबा निवासी 26 वर्षीय स्नातक को हिरासत में लिया गया है, जिसकी संलिप्तता इस सिंडिकेट से जुड़ी हुई बताई जा रही है।

पकड़ी गई कोकीन की गुणवत्ता बेहद उच्च स्तर की है, जिसकी खुदरा कीमत 8,000 से 12,000 रुपये प्रति ग्राम तक है। इस तरह की खेप सीधे बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट की ओर इशारा करती है। एनसीबी अब इस गिरोह से जुड़े अन्य सहयोगियों, वित्तीय लेन-देन और तस्करी के मार्गों की जांच में जुट गई है। एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत में ड्रग्स तस्करी में विदेशी नागरिकों, विशेष रूप से अफ्रीकी मूल के लोगों की संलिप्तता चिंताजनक है। इस संदर्भ में राज्यों के साथ डेटा साझा कर उन विदेशी नागरिकों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है जो वीजा अवधि से अधिक समय तक देश में अवैध रूप से रह रहे हैं।



यह जब्ती सरकार के ‘नशा मुक्त भारत’ अभियान को मजबूती देती है। एनसीबी ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे मादक पदार्थों से जुड़ी किसी भी गोपनीय सूचना को टोल-फ्री नंबर 1933 पर साझा करें। एजेंसी ने भरोसा दिलाया है कि सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

Loving Newspoint? Download the app now