दोस्तो प्राचीन काल से ही आंवला मनुष्य के आहार का अहम हिस्सा हैं, जिसमें विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, पाचन में सुधार करते हैं और त्वचा व बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। लेकिन किसी भी अच्छी चीज़ का ज़्यादा सेवन नुकसानदेह भी हो सकता है। आंवले का ज़्यादा सेवन फायदे की बजाय कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स
1. सीने में जलन और एसिडिटी
आंवले का खट्टापन एसिडिटी और पेट में जलन पैदा कर सकता है। यह गैस्ट्रिक एसिड के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे सीने में जलन और बेचैनी हो सकती है।
2. दस्त और पेट दर्द
आंवले में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और यह कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है, लेकिन इसका ज़्यादा सेवन इसके विपरीत प्रभाव भी डाल सकता है।
3. त्वचा में खुजली और एलर्जी
कुछ लोगों में, आंवले से विटामिन सी का अत्यधिक सेवन चेहरे, हाथों और शरीर पर लालिमा, खुजली या सूजन जैसी एलर्जी का कारण बन सकता है।
4. मुँह के छाले और स्वाद का कम होना
अधिक मात्रा में आंवला खाने से मुँह के छाले, जीभ में जलन और खट्टा स्वाद हो सकता है जिससे खाना बेस्वाद लग सकता है।
5. रक्त शर्करा के स्तर में गिरावट
आंवला मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसका अधिक सेवन रक्त शर्करा के स्तर को काफी कम कर सकता है, जिससे चक्कर आना, कमजोरी या बेहोशी भी हो सकती है।
कितना आंवला सुरक्षित है?
सर्दियों में प्रतिदिन एक आंवला या लगभग 10-15 मिलीलीटर आंवले का रस पर्याप्त है। बच्चों को इसकी आधी मात्रा लेनी चाहिए, जबकि वयस्क प्रतिदिन एक आंवला सुरक्षित रूप से खा सकते हैं। संयम ही सबसे ज़रूरी है—जोखिम उठाए बिना इसके लाभों का आनंद लें!
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