नई दिल्ली, 25 अप्रैल . दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में लगभग दो साल के अंतराल के बाद एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मेयर बना है. शुक्रवार को राजा इकबाल सिंह को नया मेयर चुना गया. उन्हें कुल 133 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार मंजीत सिंह को आठ वोट प्राप्त हुए. एक वोट अमान्य घोषित किया गया. कुल 142 वोट डाले गए थे.
भाजपा को यह जीत आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव बहिष्कार और कांग्रेस की कमजोर उपस्थिति के कारण आसानी से मिल गई. इससे भाजपा ने नगर निगम पर मजबूत पकड़ बना ली है.
नतीजों के बाद ‘आप’ नेता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “तमाम हथकंडे और जोड़तोड़ के बाद भी 250 पार्षदों की एमसीडी में भाजपा के पास सिर्फ 117 पार्षद हैं. 238 पार्षदों के हाउस में बहुमत का आंकड़ा 120 का बनता है. भाजपा जान ले कि अब चार इंजन की सरकार में कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी, कोई बयानबाजी नहीं चलेगी. अब तो काम करके दिखाना पड़ेगा. जनता एक महीने में सब जान जाएगी.”
उल्लेखनीय है कि चुनाव में भाजपा के जय भगवान यादव को उपमहापौर पद के लिए निर्विरोध चुना गया. कांग्रेस की उम्मीदवार अरीबा आसिफ खान ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिसके चलते भाजपा के प्रत्याशी को बिना मुकाबले जीत मिली.
भाजपा के वरिष्ठ नेता राजा इकबाल सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिल्ली की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया है और अब पार्टी पर शहर की समस्याओं को सुलझाने की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि स्थायी समिति के चुनाव जल्द ही कराए जाएंगे.
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) ने महापौर चुनाव का बहिष्कार करते हुए कहा कि अब भाजपा को बिना किसी बहाने के दिल्ली में काम करना होगा.
पिछले चुनाव में ‘आप’ के महेश कुमार खिंची ने महज तीन वोटों से जीत हासिल कर महापौर पद संभाला था.
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पीकेटी/एबीएम/एकेजे
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