New Delhi, 23 अक्टूबर . दक्षिण-पूर्वी जिला की एएटीएस (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड) टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘ठक-ठक’ गैंग का पर्दाफाश किया है. Police ने इस गैंग के एक सक्रिय सदस्य और दो रिसीवरों (चोरी का माल खरीदने वालों) को गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से 25 लैपटॉप, 1 आईपैड, 2 मोबाइल फोन और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है. एएटीएस की इस कार्रवाई से 7 अलग-अलग चोरी के मामलों का खुलासा हुआ है.
दक्षिण-पूर्वी जिला Police के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इलाके में बढ़ रही ‘ठक-ठक’ वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए एएटीएस टीम को तैनात किया गया था. सभी घटनाओं की cctv फुटेज की जांच की गई और गुप्त सूत्रों को सक्रिय किया गया.
15 अक्टूबर को एएटीएस टीम को सूचना मिली कि ‘ठक-ठक’ गैंग का एक सक्रिय सदस्य दीपक उर्फ निखिल गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास डीडीए पार्क में अपने साथियों से मिलने आने वाला है. सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर अजय दलाल के नेतृत्व में एसआई जितेंद्र रघुवंशी, एसआई योगेंद्र, एएसआई श्रवण, एएसआई सुरेश, एचसी शेर सिंह, एचसी नथूराम, एचसी अजय, कॉन्स्टेबल हिमांशु, अक्षय, साहिल और शिवम की टीम ने एसीपी ऑपरेशन श्री दलीप सिंह की निगरानी में जाल बिछाया.
कुछ समय बाद आरोपी दीपक अपने साथी दिनेश उर्फ बबलू के साथ मोटरसाइकिल पर वहां पहुंचा. गुप्त सूचना के इशारे पर टीम ने मौके पर छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. Police ने मौके से तीसरा आरोपी नौशाद को भी पकड़ा, जो चोरी के आईपैड और मोबाइल फोन बेचने की कोशिश कर रहा था. जांच में पाया गया कि आरोपी दीपक जिस मोटरसाइकिल पर आया था, वह भी चोरी की थी. तलाशी के दौरान दीपक और दिनेश के पास से चोरी का एक-एक मोबाइल और नौशाद से एक चोरी का आईपैड बरामद किया गया.
पूछताछ में आरोपी दीपक उर्फ निखिल ने खुलासा किया कि वह अपने साथी जाकिर के साथ कारों को निशाना बनाता था. दोनों पार्क की गई कारों में झांककर बैग देखकर कार की खिड़की तोड़ देते थे और बैग निकाल लेते थे. बाद में बैग से लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक सामान निकालकर नौशाद को दिनेश उर्फ बबलू के जरिए नेहरू प्लेस में बेच देते थे.
दीपक ने कबूल किया कि उसने कई ऐसी चोरी की वारदातें की हैं. नौशाद ने भी कबूल किया कि वह उनसे चोरी के लैपटॉप खरीदता था. Police ने तीनों आरोपियों का पीसी रिमांड हासिल किया. नौशाद की निशानदेही पर नेहरू प्लेस स्थित उसकी दुकान पर छापेमारी कर 25 चोरी के लैपटॉप बरामद किए गए, जिनमें से एक लैपटॉप थाना साकेत में दर्ज केस से जुड़ा पाया गया.
पूछताछ में दीपक ने खुलासा किया कि उसने India मंडपम गेट और Supreme court गेट के बाहर पार्क कारों की खिड़की तोड़कर भी लैपटॉप चोरी किए थे, जो थाना तिलक मार्ग के मामलों से संबंधित हैं. उसने बताया कि दोनों लैपटॉप उसने अपने दूसरे रिसीवर जीतेन्द्र उर्फ गौतम को बेचे थे. Police अब अन्य फरार अपराधियों की तलाश कर रही है.
दक्षिण-पूर्वी जिला के डीसीपी ने कहा कि एएटीएस टीम की यह कार्रवाई बेहद सराहनीय है. टीम ने तकनीकी विश्लेषण, गुप्त सूचना और फील्ड इंटेलिजेंस के माध्यम से गैंग का पर्दाफास करते हुए चोरी के सात मामलों को सुलझाया है.
–आईएएनएल
पीएसके
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