पुणे के एक प्रतिष्ठित स्कूल में एक चपरासी, तुषार सरोदे, ने छात्राओं के चेंजिंग रूम में उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग की। यह घटना तब हुई जब छात्राएं खेल के बाद कपड़े बदलने गई थीं। छात्राओं ने जब चपरासी को देखा, तो उन्होंने उसे बाहर जाने के लिए कहा, लेकिन उसने मोबाइल कैमरा चालू कर दिया और उसे चेंजिंग रूम में लगे स्विच बोर्ड पर रख दिया।
छात्राओं ने तुरंत मोबाइल का वीडियो डिलीट कर दिया और घर जाकर अपने माता-पिता को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद, माता-पिता ने स्कूल के प्रधानाचार्य से मुलाकात की। जब प्रधानाचार्य ने चपरासी से पूछताछ की, तो उसने पहले इनकार किया, लेकिन बाद में उसने वीडियो रिकॉर्डिंग करने की बात स्वीकार की।
स्कूल प्रबंधन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके परिणामस्वरूप चपरासी तुषार सरोदे को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ पोक्सो और आईपीसी की धारा 77 के तहत मामला दर्ज किया है।
यह घटना स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है। चपरासी जैसे कर्मचारियों द्वारा इस प्रकार की हरकतें छात्रों की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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