भारत का दूसरा सबसे बड़ा डाइवर्सिफाइड मेडिकल टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म इंटीग्रिस मेडटेक (Integris Medtech) ने अपने 925 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। कंपनी इस आईपीओ के जरिए अपने व्यवसाय विस्तार और वित्तीय मजबूती को और आगे बढ़ाने की योजना बना रही है।
आईपीओ की संरचना और उद्देश्ययह इश्यू पूरी तरह से 925 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयरों के इश्यू और 2.17 करोड़ शेयरों की बिक्री (OFS) पर आधारित होगा। ऑफर फॉर सेल के अंतर्गत एवरक्योर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड अपने 1.51 करोड़ शेयर, जबकि संस्थापक गुरमीत सिंह चुघ और पुनीता शर्मा क्रमशः 32.5 लाख शेयर बेचेंगे।
कंपनी द्वारा जुटाई गई राशि में से करीब 696.39 करोड़ रुपये का उपयोग अपने सहयोगी और स्टेप-डाउन सब्सिडियरी कंपनियों के कर्ज चुकाने या प्रीपेमेंट के लिए किया जाएगा, जबकि शेष राशि कॉर्पोरेट आवश्यकताओं में खर्च की जाएगी।
कंपनी का विकास और वैश्विक विस्तारIntegris Medtech की स्थापना गुरमीत सिंह चुघ और पुनीता शर्मा ने की थी। शुरुआत में यह कंपनी केवल कार्डियोलॉजी प्रोडक्ट्स पर केंद्रित थी, लेकिन अब यह एक ग्लोबल मेडटेक प्लेयर बन चुकी है। कंपनी भारत, जर्मनी और नीदरलैंड में कार्डियोवैस्कुलर डिवाइस और लेबोरेटरी सॉल्यूशंस बनाती है और 65 से अधिक देशों में सप्लाई करती है।
भारत में यह कंपनी ड्रग-इल्यूटिंग स्टेंट सेगमेंट में 22% बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरी सबसे बड़ी स्टेंट निर्माता है। इसके अलावा, यह दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे बड़ी साइंटिफिक लैबोरेट्री सॉल्यूशन प्रदाता भी है।
निवेश और अधिग्रहण रणनीतिIntegris को एवरस्टोन कैपिटल का समर्थन 2019 से प्राप्त है। इस दौरान कंपनी ने अपने वैश्विक विस्तार को मजबूत करने के लिए 17 रणनीतिक अधिग्रहण किए हैं, जिनमें Translumina GmbH, Blue Medical Devices और Everlife Holdings Pte. Ltd. जैसी कंपनियां शामिल हैं। वर्तमान में कंपनी 2,000 से अधिक अस्पतालों और 9,500 से अधिक प्रयोगशालाओं के साथ काम कर रही है।
वित्तीय प्रदर्शन में मजबूत उछालवित्त वर्ष 2025 में Integris Medtech की कुल आय 1,959.6 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 23.9% अधिक है। वहीं कंपनी ने 70.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (PAT) दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2024 में उसे 4.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। एडजस्टेड PAT बढ़कर 103 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
इस आईपीओ के लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया और आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
आईपीओ की संरचना और उद्देश्ययह इश्यू पूरी तरह से 925 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयरों के इश्यू और 2.17 करोड़ शेयरों की बिक्री (OFS) पर आधारित होगा। ऑफर फॉर सेल के अंतर्गत एवरक्योर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड अपने 1.51 करोड़ शेयर, जबकि संस्थापक गुरमीत सिंह चुघ और पुनीता शर्मा क्रमशः 32.5 लाख शेयर बेचेंगे।
कंपनी द्वारा जुटाई गई राशि में से करीब 696.39 करोड़ रुपये का उपयोग अपने सहयोगी और स्टेप-डाउन सब्सिडियरी कंपनियों के कर्ज चुकाने या प्रीपेमेंट के लिए किया जाएगा, जबकि शेष राशि कॉर्पोरेट आवश्यकताओं में खर्च की जाएगी।
कंपनी का विकास और वैश्विक विस्तारIntegris Medtech की स्थापना गुरमीत सिंह चुघ और पुनीता शर्मा ने की थी। शुरुआत में यह कंपनी केवल कार्डियोलॉजी प्रोडक्ट्स पर केंद्रित थी, लेकिन अब यह एक ग्लोबल मेडटेक प्लेयर बन चुकी है। कंपनी भारत, जर्मनी और नीदरलैंड में कार्डियोवैस्कुलर डिवाइस और लेबोरेटरी सॉल्यूशंस बनाती है और 65 से अधिक देशों में सप्लाई करती है।
भारत में यह कंपनी ड्रग-इल्यूटिंग स्टेंट सेगमेंट में 22% बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरी सबसे बड़ी स्टेंट निर्माता है। इसके अलावा, यह दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे बड़ी साइंटिफिक लैबोरेट्री सॉल्यूशन प्रदाता भी है।
निवेश और अधिग्रहण रणनीतिIntegris को एवरस्टोन कैपिटल का समर्थन 2019 से प्राप्त है। इस दौरान कंपनी ने अपने वैश्विक विस्तार को मजबूत करने के लिए 17 रणनीतिक अधिग्रहण किए हैं, जिनमें Translumina GmbH, Blue Medical Devices और Everlife Holdings Pte. Ltd. जैसी कंपनियां शामिल हैं। वर्तमान में कंपनी 2,000 से अधिक अस्पतालों और 9,500 से अधिक प्रयोगशालाओं के साथ काम कर रही है।
वित्तीय प्रदर्शन में मजबूत उछालवित्त वर्ष 2025 में Integris Medtech की कुल आय 1,959.6 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 23.9% अधिक है। वहीं कंपनी ने 70.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (PAT) दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2024 में उसे 4.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। एडजस्टेड PAT बढ़कर 103 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
इस आईपीओ के लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया और आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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