ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रही वनडे सीरीज में टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल लगातार बदलती बल्लेबाजी पोजीशन को लेकर चर्चा में हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने इस बदलाव पर हैरानी जताते हुए कहा कि राहुल लगभग हर बल्लेबाजी क्रम पर खेल चुके हैं।
मैक्ग्रा ने कहा, उन्होंने राहुल को कई जगहों पर आजमाया है। लगता है कि उन्होंने अब तक लगभग सभी 11 पोज़िशनों पर बल्लेबाजी कर ली है। इतनी बार बदलाव किसी भी खिलाड़ी के लिए मुश्किल होता है, लेकिन राहुल उन बहुमुखी खिलाड़ियों में से हैं जो किसी भी स्थिति में खुद को ढाल सकते हैं।
दरअसल, पर्थ में खेले गए पहले वनडे में राहुल को नंबर 6 पर भेजा गया, जबकि आमतौर पर वे नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हैं। इस मैच में टीम प्रबंधन ने अक्षर पटेल को उनसे ऊपर भेजने का फैसला किया था।
बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में भारत ने 26 ओवर में 136/9 का स्कोर बनाया था, जिसमें राहुल ने 31 गेंदों पर 38 रन की उपयोगी पारी खेली। हालांकि, उनका यह योगदान टीम को जीत नहीं दिला सका और ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट से आसानी से मैच जीत लिया।
राहुल की खासियत यही है कि वे हर भूमिका में खुद को ढाल लेते हैं: मैक्ग्रामैक्ग्रा ने आगे कहा कि लगातार बल्लेबाजी क्रम में फेरबदल खिलाड़ी के आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा, ऐसे बदलाव किसी की लय बिगाड़ सकते हैं, लेकिन राहुल की खासियत यही है कि वे हर भूमिका में खुद को ढाल लेते हैं। वे विकेटकीपिंग भी करते हैं, इसलिए वे बेहद बहुमुखी खिलाड़ी हैं।
राहुल ने अपने करियर की शुरुआत बतौर ओपनर की थी, लेकिन अब तक वे नंबर 7 तक भी बल्लेबाजी कर चुके हैं। उनके लिए सबसे सफल स्थान नंबर 5 रहा है, जहाँ उन्होंने 56.47 की शानदार औसत से 1299 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और नौ अर्धशतक शामिल हैं।
मैक्ग्रा ने भारत के वरिष्ठ बल्लेबाजों रोहित शर्मा और विराट कोहली के प्रदर्शन पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दोनों बल्लेबाज पर्थ की तेज और उछालभरी पिच पर संघर्ष करते दिखे।
रोहित केवल 8 रन बनाकर आउट हुए जबकि कोहली बिना खाता खोले लौट गए। मैक्ग्रा का मानना है कि ये दोनों अनुभवी खिलाड़ी आगामी एडिलेड वनडे में वापसी करने के लिए बेताब होंगे।
ग्लेन मैक्ग्रा ने कहा कि केएल राहुल की निरंतर पोज़िशन बदलना टीम के लिए चिंता का विषय है, लेकिन उनकी लचीलापन और अनुकूलता उन्हें टीम का सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी बनाती है।
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