हर साल राजस्थान से हजारों लोग जम्मू-कश्मीर में होने वाली पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए जाते हैं। इस यात्रा के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। इस साल अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को खत्म होगी, जो कुल 38 दिनों तक चलेगी। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड यात्रा का प्रबंधन करता है।
देशभर में 533 बैंक शाखाओं को रजिस्ट्रेशन के लिए अधिकृत
इस साल भी बोर्ड ने देशभर में 533 बैंक शाखाओं को रजिस्ट्रेशन के लिए अधिकृत किया है। साथ ही लोग बोर्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। पिछले साल 5.12 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की थी, जो पिछले 12 सालों में सबसे ज्यादा थी। पिछले साल यात्रा 52 दिनों तक चली थी।
यात्रा पर कौन नहीं जा पाएगा, ये लगेगा रजिस्ट्रेशन चार्ज
सुरक्षा की दृष्टि से अमरनाथ यात्रा पर हर किसी को जाने की अनुमति नहीं है। इस साल भी 13 साल से कम उम्र के बच्चों, 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और छह सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को तीर्थ यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पिछले साल पंजीकरण के लिए 150 रुपये का शुल्क लिया गया था, जबकि इस साल प्रति व्यक्ति 220 रुपये का शुल्क देना होगा। किसी खास दिन या तिथि के दौरान, पंजीकरण 8 दिन पहले बंद हो जाएंगे और तिथि बीतने के बाद फिर से शुरू होंगे। अमरनाथ यात्रा देश की सबसे कठिन तीर्थ यात्राओं में से एक है, जो समुद्र तल से 13 हजार फीट ऊपर होती है। यह यात्रा दो रास्तों से होती है: एक बालटाल (गंदरबल जिला) से, जो गुफा से 14 किमी दूर है, और दूसरा पहलगाम (अनंतनाग जिला) से, जो 48 किमी दूर है।
अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करें
अगर आप भी अमरनाथ यात्रा पर जाना चाहते हैं, तो अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट shriamarnathjishrine.com और jksasb.nic.in पर पंजीकरण कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के समय सभी दस्तावेजों की डिजिटल कॉपी अपलोड करनी होगी। यात्रा के लिए स्लॉट पहले से भी बुक किया जा सकता है। पीएनबी, एसबीआई, यस बैंक, जेके बैंक की शाखाओं में भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के लिए आधार, पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक दस्तावेज जमा कराना होगा और पासपोर्ट साइज फोटो के साथ राज्य के अधिकृत डॉक्टर से सत्यापित स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अनिवार्य है। कठिन रास्तों पर अमरनाथ यात्रा हर किसी के लिए आसान नहीं होती, इसलिए यात्रा से पहले 5-7 किलोमीटर पैदल चलने का अभ्यास करना जरूरी है।
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