Next Story
Newszop

आखिर क्यों माउंट आबू को कहा जाता है मरुधरा का कश्मीर, वीडियो में प्रकृति के नज़ारे देख आप भी बुक कर लेंगे टिकट

Send Push

राजस्थान का नाम सुनते ही अधिकांश लोगों के मन में सुनहरी रेत, थार के रेगिस्तान और शाही किले की तस्वीरें उभरती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान में एक ऐसा स्थल भी है, जिसे ‘मरुधरा का कश्मीर’ कहा जाता है? जी हाँ, हम बात कर रहे हैं माउंट आबू की। हर साल देशभर से और विदेशों से सैलानी इस पर्वतीय स्थल की ठंडी हवाओं और सुरम्य प्राकृतिक नज़ारों को देखने के लिए खींचे चले आते हैं।

माउंट आबू: राजस्थान का पर्वतीय स्वर्ग

माउंट आबू अरावली की श्रृंखलाओं में स्थित राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है। समुद्र तल से लगभग 1,220 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह स्थल, पूरे साल मौसम के लिहाज से बहुत अनुकूल रहता है। गर्मियों में यहाँ का तापमान सामान्यत: 15 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जिससे यह थार के रेगिस्तान के तपते मौसम से बचने के लिए पर्यटकों का पसंदीदा स्थल बन गया है।सर्दियों में माउंट आबू की ठंडी हवाएं और धुंध से ढकी घाटियाँ पर्यटकों को बेहद लुभाती हैं। मानसून में यह जगह और भी खूबसूरत दिखाई देती है, जब हरियाली और झरनों का नज़ारा मन मोह लेता है। यही कारण है कि इसे ‘मरुधरा का कश्मीर’ कहा जाता है।

प्राकृतिक सौंदर्य और झरने

माउंट आबू में कई प्राकृतिक आकर्षण हैं। सबसे प्रमुख हैं नक्की झील और हनीमून पॉइंट। नक्की झील प्राकृतिक जल से भरी एक खूबसूरत झील है, जहां पर्यटक बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। झील के किनारे घास के मैदान और ठंडी हवाएं इसे और भी आकर्षक बनाती हैं।हनीमून पॉइंट, डिलाइट पॉइंट और गुरु शिखर जैसी ऊँची चोटियाँ पर्यटकों को पूरे पर्वतीय दृश्य का नज़ारा देती हैं। गुरु शिखर माउंट आबू का सबसे ऊँचा बिंदु है, जहां से सूर्यास्त और सूर्योदय का नजारा पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन जाता है।

धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व

माउंट आबू केवल प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहाँ प्राचीन अदीश्वर मंदिर और विश्व प्रसिद्ध गुरु शिखर मंदिर स्थित हैं। अदीश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसकी वास्तुकला हिन्दू मंदिर कला का शानदार उदाहरण है।इसके अलावा, माउंट आबू में जैन मंदिरों का भी विशेष महत्व है। रानी की वाव और पाटी मंदिर जैसी स्थापत्य कला से सुसज्जित जगहें धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक रुचि दोनों को संतुष्ट करती हैं। इन मंदिरों की नक्काशी और शिल्प कला पर्यटकों और कला प्रेमियों को बेहद आकर्षित करती है।

पर्यटन के लिए उपयुक्त समय और सुविधाएँ

माउंट आबू साल भर पर्यटकों के लिए खुला रहता है, लेकिन अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस समय मौसम ठंडा और सुखद होता है, जो सैर-सपाटे और फोटोग्राफी के लिए आदर्श है।यहाँ पर्यटकों के लिए कई होटल, रिसॉर्ट और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। नक्की झील और गुरु शिखर के आसपास कई रेस्तरां और कैफे हैं, जो स्थानीय व्यंजन और स्नैक्स उपलब्ध कराते हैं। इसके अलावा, माउंट आबू के आसपास छोटे-छोटे हैंडिक्राफ्ट और स्मृति चिन्ह की दुकानें भी हैं, जहाँ पर्यटक स्थानीय शिल्प खरीद सकते हैं।

पर्यटक अनुभव और लोकप्रियता

माउंट आबू का अनुभव लेने वाले पर्यटक अक्सर इसकी प्राकृतिक ठंडक, हरियाली और शांत वातावरण की तारीफ करते हैं। यहाँ की घाटियों में सुबह की धूप और शाम का सूर्यास्त दोनों ही अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करते हैं। इसे राजस्थान के भीतर ही एक स्वर्ग के रूप में माना जाता है।इसके अलावा, माउंट आबू में कई ट्रेकिंग और प्राकृतिक भ्रमण की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। साहसिक प्रेमियों के लिए यह जगह पर्वतारोहण और ट्रेकिंग का भी लोकप्रिय स्थल बन चुकी है।

Loving Newspoint? Download the app now