जालोर के एमसीएस अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर सरगरा समाज के लोगों ने मंगलवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट के सामने सड़क जाम कर डॉक्टर के खिलाफ नारेबाजी की, वहीं मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा।मृतक महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि मौत के बाद भी डॉक्टर ने उन्हें रेफर कर गुमराह किया है। दूसरे दिन कोतवाली थाने में डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और सीएमएचओ ने 3 दिन में जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे नाराज परिजनों और सरगरा समाज ने कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया, वहीं मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
सड़क जाम कर किया विरोध
कलेक्टर को ज्ञापन देने जाते समय सरगरा समाज ने कलेक्टर को बाहर आकर ज्ञापन लेने को कहा, लेकिन कलेक्टर बाहर नहीं आए, जिससे नाराज समाज ने आहोर चौराहे से अस्पताल जाने वाले रास्ते को करीब आधे घंटे तक जाम कर दिया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने समझाकर लोगों को शांत किया। लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे धरना जारी रखेंगे।
यह था मामला
महिला के देवर जेठाराम ने बताया कि सियाणा के चांदना निवासी जितेंद्र कुमार सरगरा की पत्नी खुशबू को प्रसव पीड़ा होने पर जिला मुख्यालय स्थित एमसीएस अस्पताल लाया गया था। वहां मौजूद डॉ. कमला भारती ने उसका उपचार शुरू किया। डॉक्टर ने शाम 7 बजे तक प्रसव होने की बात कही थी और उपचार शुरू किया था। शाम तक डॉक्टर यही कहती रहीं कि सब कुछ सामान्य है। प्रसव भी सामान्य होगा। जिसके बाद शाम तक डॉ. कमला ने कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा। इस पर परिजन राजी हो गए। रात करीब 8 बजे डॉ. कमला भारती खुशबू को ऑपरेशन थियेटर में ले गईं। इसके बाद उन्होंने बेहोशी के लिए बाहर से इंजेक्शन मंगवाए। खुशबू को एक के बाद एक दो इंजेक्शन लगाए गए।
इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। डॉक्टर ने हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी और रात 9 बजे पाली रेफर कर दिया। खुशबू की धड़कन काम नहीं कर रही थी। परिजनों ने बताया कि खुशबू हिल भी नहीं रही थी। कमला भारती ने कहा- उसे एनेस्थीसिया के इंजेक्शन दिए गए हैं, इसीलिए वह हिल नहीं रही है। उसे पाली ले जाओ। परिजन रात 9.30 बजे एंबुलेंस से पाली के लिए रवाना हुए। जालोर से 20 किमी का सफर तय कर आहोर के एक निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की जांच कराई, जहां डॉक्टर ने बताया कि 1 घंटे पहले ही उसकी मौत हो चुकी है।
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