केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि संसद का मानसून सत्र 20-25 दिन में शुरू होने वाला है, तब विपक्ष को सवाल पूछने का पूरा मौका मिलेगा और हर सवाल का जवाब दिया जाएगा। शेखावत ने यह बात रविवार को राजस्थान के जोधपुर स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में विपक्ष की संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग के सवाल के जवाब में कही।
छिपाने के लिए कुछ नहीं
उन्होंने कहा कि सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में संसद के दोनों सदनों में अपनी बात कहने की समुचित व्यवस्था है। विपक्ष के मन में हर तरह की शंका का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के पास कहने के लिए कुछ ठोस नहीं होता है, तो वे इस तरह के मुद्दे उठाकर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करते हैं।
विपक्ष को अपनी बात तय करनी चाहिए
ऑपरेशन सिंदूर पर शेखावत ने कहा कि दुनिया ने भारत के शौर्य और पराक्रम को अद्भुत नजर से देखा है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी कुछ विपक्षी नेताओं की बातें सुनकर हंसी आती है। जब पीएम मोदी बोलते हैं तो कांग्रेस के सभी नेता मिलकर कहते हैं कि पीएम मोदी ही बोलते हैं। जब पीएम मोदी नहीं बोलते तो कहते हैं कि पीएम मोदी नहीं बोलते। मुझे लगता है कि उन्हें एक बार तय कर लेना चाहिए कि वे प्रधानमंत्री से क्या सुनना चाहते हैं।
देश विरोधी तत्वों को सजा मिलनी चाहिए
पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सालेह मोहम्मद के निजी सचिव को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार करने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उनसे जुड़े सभी सूत्रों और तथ्यों की गहराई से जांच होनी चाहिए। ऐसे लोग जिन्होंने जानबूझकर राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है, चाहे वे पूर्व मंत्री हों या कोई और, सभी की गहराई से जांच होनी चाहिए। उनके हर संपर्क और सूची की जांच होनी चाहिए। ऐसे देश विरोधी तत्वों को उनके किए की सजा मिलनी चाहिए।
भारत को देखने का नजरिया बदला है
ब्रिक्स में भारत के प्रतिनिधित्व पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 सालों में दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है। आज लोग भारत को देखकर हैरान हैं। दुनिया के किसी भी मंच पर भारत की अनदेखी करके निर्णय नहीं लिए जा सकते। पिछले 11 वर्षों में विदेश नीति भारत के हित में लागू की गई है। प्रधानमंत्री ने जिस तरह से अपने व्यक्तिगत संबंधों के जरिए कूटनीतिक संबंध स्थापित किए हैं, उसी का नतीजा है कि आज भारत हर मंच पर केंद्र में है। जी-20 के दौरान हमने जो विषय उठाए थे, उन सभी को आगे बढ़ाने का काम ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हुआ है।
एनआरआई हमारे पथ प्रदर्शक हैं
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि ब्रिक्स मंत्रिस्तरीय समूह की बैठक के लिए ब्राजील जाते समय मुझे लंदन में एनआरआई से मिलने का मौका मिला। एनआरआई विदेशों में भारत के पथ प्रदर्शक की तरह काम करते हैं। कई पीढ़ियां बीत जाने के बाद भी वे अपनी जड़ों और सांस्कृतिक मान्यताओं से जुड़े हुए हैं। इससे हम सभी को प्रेरणा भी मिलती है।
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