अररिया । लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय खाय के साथ शुरू होता है। चार दिनों के अनुष्ठान में पहले दिन शारीरिक और मानसिक शुद्धि के तहत छठव्रती के द्वारा प्रसाद के रूप में सात्विक भोजन एकबार किया जाता है,जिसमें अरवा खाना खाने का प्रचलन है और नहाय खाय में लौकी की सब्जी खाई जाती है।
नहाय खाय के दिन लौकी की विशेष मांग को लेकर बाजार में लौकी की कीमत 80 से 125 रूपये प्रति पीस के हिसाब से बिकी। लौकी की खरीददारी करने के लिए सुबह से ही बाजार में काफी चहल पहल दिखी गई।प्रति पीस के हिसाब से बिकने वाली लौकी कई स्थानों पर काटकर किलो में बिक्री होते हुए भी देखा गया। बढ़ी कीमत के बावजूद छठव्रतियों ने लौकी की खरीददारी की।
फैंसी मार्केट में लौकी के साथ अन्य सब्जी की बिक्री कर रही रेशमा देवी ने बताया कि मंडी से ही लौकी को ऊंची कीमत पर खरीददारी की गई। जिसके कारण थोड़ा सा मुनाफा लेकर उसकी बिक्री की जा रही है। अन्य दिनों में यही लौकी 30 से 50 रूपये तक बेचते हैं। वहीं खरीददार रमेश राम ने कहा कि छठ लोक आस्था का महापर्व है और आज नहाय खाय के साथ इस पर्व की शुरुआत है।
सात्विक भोजन के तहत अरवा चावल का भात,चने का दाल और लौकी को सब्जी ,बचका आदि स्नान कर खाकर शारीरिक और मानसिक रूप से शुद्ध होने को लेकर छठ के लिए व्रती अपने को तैयार करते हैं।ऐसे में कीमत कुछ भी खरीददारी तो करनी ही है।प्रसाद के रूप में भोजन को बिल्कुल सात्विक तरीके से सेंधा नमक में तैयार किया जाता है।
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